मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड बसंत पंचमी को मनाएगा मां सरस्वती का अवतरण और रतलाम स्थापना दिवस l

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मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड बसंत पंचमी को मनाएगा मां सरस्वती का अवतरण और रतलाम स्थापना दिवस l



मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड बसंत पंचमी को मनाएगा मां सरस्वती का अवतरण और रतलाम स्थापना दिवस l

मंत्री का दर्जा प्राप्त प्रदेश अध्यक्ष विष्णु राजोरिया होंगे शामिल l
Update24x.in :-

रतलाम । मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड की रतलाम जिला इकाई द्वारा बसंत पंचमी पर मां सरस्वती का अवतरण दिवस और रतलाम स्थापना दिवस मनाया जाएगा। समारोह में बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष (मंत्री का दर्जा प्राप्त) पं. विष्णु राजोरिया भी शामिल होंगे।

मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड की जिला इकाई की महत्वपूर्ण बैठक जिला अध्यक्ष अनुराग लोखंडे के टीआईटी रोड स्थित निवास पर आयोजित की गई। सर्वप्रथम जिला अध्यक्ष लोखंडे ने शासन के परशुराम कल्याण बोर्ड के गठन के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। तत्पश्चात् सर्वसम्मति से बसंत पंचमी को धार्मिक और सांस्कृतिक परंपरा के साथ बसंतोत्सव मनाने का निर्णय लिया गया। समारोह 2 फरवरी (रविवार), 2025 को सुबह 10.30 से दोपहर 1.00 बजे तक स्थानीय डॉ. कैलाशनाथ काटजू विधि महाविद्यालय रतलाम में होगा।


ये होंगे अतिथि, ये आयोजन होंगे


जिला अध्यक्ष लोखंडे ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि मप्र परशुराम कल्याण बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष (मंत्री का दर्जा प्राप्त) पं. विष्णु राजोरिया होंगे। अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. लीला जोशी करेंगी। लोखंडे के अनुसार बसंत पंचमी को विद्यादायनी मां सरस्वती का अवतरण दिवस है। अतः मां सरस्वती की पूजा-अर्चना भी की जाएगी। साहित्यकार एवं शिक्षाविद् डॉ. मुरलीधर चांदनीवाला बसंत पंचमी का धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक महत्व बताएंगे। राठौर राजवंश के वीर योद्धा महाराजा रतनसिंह राठौर द्वारा बसंत पंचमी के ही दिन ही रतलाम राज्य की स्थापना की गई थी। इसी के मद्देनजर रंगकर्मी और एडवोकेट कैलाश व्यास रतलाम राज्य के ऐतिहासिक पहलुओं और इसकी उपलब्धियों तथा विशेषताओं पर प्रकाश डालेंगें।


यह है आयोजन का उद्देश्य


जिला अध्यक्ष लोखंडे के अनुसार परशुराम कल्याण बोर्ड द्वारा आयोजित बसंतोत्सव में अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत और समस्त सनातन समाज की भी सहभागिता होगी। इस आयोजन का उद्देश्य सर्व ब्राह्मण समाज और सनातन समाज को संगठित करना एवं अपनी भावी पीढ़ी को धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक परंपराओं का महत्व बताते हुए उन्हें उसका पालन करने का संदेश देना है।

 

ये रहे उपस्थित

बैठक में सत्येंद्र जोशी, ओमप्रकाश त्रिवेदी, राकेश देसाई, लगन शर्मा, श्याम ललवानी, महेंद्र भंडारी, अशोक पांडेय, वीरेंद्र वाफगांवकर, मनमीत कटारिया, नीरज कुमार शुक्ला सहित अन्य उपस्थित रहे।