मां शबरी जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया 

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मां शबरी जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया 

मां शबरी जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया 

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 रतलाम । भील समाज ने रामदेव मंदिर प्रांगण ग्राम चिल्लर में मां शबरी जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ धूमधाम से श्रद्धापूर्वक महा पर्व के रूप में मनाया गया। आदिवासी एकता परिषद, अखिल भारतीय भील समाज, जय आदिवासी युवा शक्ति, आदिवासी छात्र संगठन, महाराणा पूंजा भील जन कल्याण संगठन,विर एकलव्य आदिवासी सामाजिक सेवा संस्था रतलाम एवं समस्त सामाजिक संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में सभी जन्मोत्सव ग्राम चिल्लर में मनाया गया। सर्वप्रथम मां शबरी बिरसा मुंडा टंट्या मामा डॉ भीमराव अंबेडकर के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर पूजा अर्चना कर प्रार्थना की गई। अवसर पर सभी अतिथियों ने मां शबरी के जीवन, जीवन गाथा, जीवन पथ, गौरव गाथा ,नवधा भक्ति, पर प्रकाश डाला तथा   त्रेता युग में भगवान श्री राम ने 14 वर्ष वनवास में बिताये तब जब सीता हरण रावण ने किया तब सीता की खोज में श्री राम मतंग ऋषि एवं मां शबरी के आश्रम में पहुंचे तब श्री राम माता शबरी को नवधा भक्ति के बारे में उपदेश दिया यह बात त्रेता युग की है रामायण के अरण्यकांड में शबरी का प्रसंग है शबरी मां भगवान श्री राम के प्रति अनन्य भक्त की प्रतीक है नवधा भक्ति के प्रकार श्रवण ,कीर्तन ,स्मरण, पद सेवन ,अर्चन, वंदन, दास्य, संख्य, आत्म निवेदन ,आदि यह बात मां शबरी के झूठे बेर खाते हुए प्रभु श्री राम ने भक्ति मार्ग बतलाया ।इस प्रकार से शाकाहार, सदाचार बनाने के लिए शराब, मांस, मदिरा ,बीड़ी, सिगरेट ,गुटका, पान ,गांजा, भांग, चरस ,आदि छोडने का सामूहिक संकल्प लिया कार्यक्रम के मुख्य अतिथि -दशरथ गिरी महाराज ,कालूराम महाराज, भेरुलाल मईडा (सरपंच) ताराचंद महाराज, वीर सिंह डोडियार ,डोल सिंह मईडा,बी एस महार, मुख्य अतिथि -राहुल मईड़ा ,लाल सिंह मीणा, सोहनलाल मीणा, सोहनलाल निनामा, लक्ष्मण मईडा, वरिष्ठ समाजजन -जीवनलालमईडा,  कालूराम मीणा, दुगलिया ,महिला कटरा कमल निनामा ,ऊकार निनामा ,राकेश निनामा, राम निनामा , नारायण निनामा ,प्रकाश निनामा ,प्रभु लाल , रामलाल मीणा ,महेश मईडा  ,महेश्वर मईडा, कालूराम , शिवराम , विठला मईडा, नर्सिंग चारपोटा ,रामलाल , भेरूलाल मईडा, राम सिंह सिंगर, सुखलाल मीणा ,मानसिंह मीणा ,पिरीया मईडा ,रामचंद्र निनामा, रामलाल मीणा, मोहनलाल मीणा, रामचंद्र बंटी चारेल,  रमेश मईडा, दलीचंद मीणा, नारायण मीणा, कांति मईडा, गौतम मईडा, वीर सिंह, चरण राम , बालू मईडा, नीमचंद निनामा ,रामचंद्र मईडा, पंकज मईडा ,रतनलाल मीना ,शिव मईडा, हीराबाई ,शांतिबाई ,लक्ष्मीबाई, बहादुर मईडा, राजा मईडा ,लक्ष्मण निनामा ,मनोज निनामा ,समाजसेवी सूरतलाल डामर आदि बड़ी संख्या में समाज जान उपस्थित थे।